15 अगस्त 1947 वो दिन था, जब भारत ने पहली बार लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा झंडा लहराया था।

तब से लेकर आज तक हर साल भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराकर पूरे देश को संबोधित करते है।

भारत का हर नागरिक पूरे आदर के साथ तिरंगे के सामने सिर झुकाकर उसे नमन करता है।

15 अगस्त 2024 को भारत अपना 78 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने वाला है।

दे सलामी इस तिरंगे को, जिससे तेरी शान है, सिर हमेशा ऊंचा रखना इसका, जब तक दिल में जान है 

मर मिटेंगे हम अपने वतन के लिए , जान कुर्बान है प्यारे चमन के लिए हमसे हमारी अब हसरत न पूछो बांध रखा सर पे तिरंगा कफन के लिए ।

 इसकी शान निराली है इसकी पहचान निराली है इसपर जां जो मिट जाए ऐसी जां फिर किस्मत वाली है।।

हम बलिदानों के आदी है, उस हिन्द के फौलाद हैं। जिस माटी में थे जन्मे भगत सिंह, हम उस माटी के औलाद हैं  आजादी दिवस की शुभकामनाएं।

 इसके वास्ते अपनी जान तक लुटा देंगे हम हमसे टकराए तो उसकी हस्ती मिटा देंगे हम सर हिमालय का हम न झुकने देंगे कभी ...

मिट कर भी दिल में है वतन की उल्फत मौत भी हमसे पहले हमारी रजा मांगती है इसके रखवाले हम जैसे शेर-ए-जिगर हैं 

जो सीने में जली है बुझने वाली नहीं है आग दुश्मनों के लिए है रुकने वाली नहीं है